मैं हूँ आज़ाद , रहूँगा भी ,
जो दिल में है , वो कहूंगा भी ,
ज़िंदा हु मैं और रहूँगा भी ,
जो , जो गलत हुआ मेरे साथ जब तक चुप रहना बनता है मेरा , चुप रहूँगा भी ,
जो नहीं होना था वो भी हुआ ,
बारूद अंदर अंदर इकठा कर रहा हु ,
एकदिन आएगा जब मेरा सच सुना जायेगा उस दिन फटूँगा भी ,
ये दुनिया आँखें मूँद ले हज़ार पर .
सच , हमेशा सच रहेगा ,
झूठ से पर्दा उठा कर चैन से एक दिन सोऊंगा भी,
बहुत साहस है
हमारे “मेन्स राइट” केलोगों में
मैं भी सुनूंगा 100 लोगों की पर अपनी 1 बात कहूंगा भी ,
ज़िंदा हूँ , और मैं जस्टिस
मिलने तक . जिन्दा रहूँगा भी
~ Dr Raman