अनाम
आज फ्लाइट में कुछ अजीब नजारा पेश आ गया । सफर के दौरान नजर उठाकर इधर उधर देखना भी दुभर हो गायब। बगल वाली सीट पर एक महिला (नई जेनरेशन की जवान महिला) थी और उसके बाद थे एक नई जेनरेशन के आदमी । हालाकि कोई विशेष फरक नहीं पड़ता की बगल में कौन है क्योंकि मैं यात्रा के दौरान अपने टैब पर कुछ ना कुछ पढ़ता रहता हूं ।
सहयात्री कुछ अधिक ही मॉडर्न थे और काम शास्त्र के लाइव प्रदर्शन से कुछ दूर ही रुके हुए थे । और यही मेरी परेशानी का कारण भी था । लड़का और लड़की दोनो अपने कामशास्त्र में व्यस्त थे इसके बावजूद जब भी मैने अपने टैब से नजर उठाई तो लगा जैसे लड़की मुझ पर चौकन्नी नजर रखे हुए हैं।
आखिर मैंने भी अपनी शराफत छोड़ते हुए अपने टैब पर वात्सायन की सचित्र कामशास्त्र खोल कर देखना शुरू कर दिया ।
दोनो सहयात्री अब केबिन क्रू के पास शिकायत करने के लिए हाय तौबा मचाते हुए माहोल गरम करने में व्यस्त हो गए । लिहाजा उनका कामशास्त्र बंद हो गया और मैने शांति की सांस ली ।