सदबुद्धि
अच्छा चचा एक बात बताओ
पुछो
आजकल बगुला भगत कैसे बने घूम रहे हो
बगुला भगत
जरा देखो सारा दिन …
सारा दिन नहीं सिर्फ सुबह शाम
हा हा वही हर रोज सुबह शाम यहां चौराहे पर हाथ में माला और मुह से भगवान का जाप
यहां चौराहे से हर रोज फटी जीन्स वाली लड़की गुजरती है
उस लड़की का माला और जप तप से क्या लेना देना
हम उसे सद्बुद्धि की प्रार्थना कर रहे है
अरे हमने तो सुना था कि तुम इस लफड़े में नहीं पड़ते की कौन क्या पहनें
हा सही सुना था
फिर अब प्रार्थना क्यों कर रहे हो कि वो फटी जीन्स वाली लड़की ढंग के कपड़े पहनना शुरू करे
तुम रहे उल्लू के उल्लू
काहे
हम तो प्रार्थना कर रहे है कि जल्द से जल्द फटी जीन्स वाली लड़की को सद्बुद्धि आये और वो बिना जीन्स के ही बाहर निकले ।