Welcome Corona

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Welcome Corona

माधव

यदि मैं स्वयं को 1 साल तक एक कमरे मैं बंद कर लू तब १ साल बाद बाहर प्रदुषण एवं धुप और गर्मी मैं आते ही मैं अस्वस्थ महसूस करुंगा | बहुत अधिक समय AC की ठंडक मैं गुजारने वाले लोग अक्सर गर्मी मैं आने पर अस्वस्थ महसूस करने लगते है | इसी तरह  कुर्सी पर बैठ कर काम करने वाले व्यक्ति के लिए मेहनत का काम करना उसे अस्वस्थ महसूस करवाने के लिए पपर्याप्त है | 

    हमारे एरिया मैं कहा जाता है की यदि स्वस्थ रहना है तो समय समय पर घर से बहार ठेले पर खाना चाहिए | 

    आखिर ऐसा क्यों ?

    इसका सीधा सम्बन्ध हमारे शरीर से है | हम जैसा चाहे अपने शरीर को बना सकते है |

    “इम्यूनिटी सिस्टम”… या प्रतिरोधक क्षमता 

    कोरोना महामारी से बचने का इलाज फ़िलहाल हमारे पास  नहीं है | वर्तमान मैं इसका इलाज़ घर मैं बंद रहकर लोगों से न मिलकर निकलने का प्रयास किया जा रहा है परन्तु यह इलाज नहीं सिर्फ बचाव है । मार्च में जब खुद को lockdown  किया था, तो केवल गिनती के केस ही थे। आज 8 लाख  से ज्यादा हैं, और आगे हो सकता है कि आंकड़े करोड़ों में हो। वर्तमान मैं “सतर्कता” की आवश्यकता पहले से अधिक है |

तो कोरोना का सही इलाज क्या है?

जब तक कोरोना का दवाई नहीं बन जाती तब तक सतर्कता एवं खुद के शरीर को कोरोना से लड़ने के लिए तैयार करना ही सही इलाज है । जरूरी है की शरीर की इम्यून सिस्टम को मजबूत करें। यह कदम न केवल कोरोना बल्कि अन्य कई बिमारियों से लड़ने मैं सहायता करेगा | इसका एकमात्र तरीका है हमारी दिनचर्या मैं बदलाव | इसके लिए कई कदम उठाये जा सकते है कुछ इस प्रकार है : 

 

 

  • 30 – 60 मिनट प्रतिदिन  व्यायाम व योग का नियम बनाएं। उम्र कोई भी हो आपकी। खुद के लिए इतना तो कर ही सकते हो।
  • पैदल चलना, साइकिल चलाना, सीढ़ी चढ़ने की आदत अब अच्छी आदतों में शुमार हो गई हैं। कार, स्कूटर का लालच दूर रखें।
  • खुद को और अपने बच्चों को ज्यादा से ज्यादा शारीरिक मेहनत की आदत डाल लें। मशीनों की बजाय खुद के शरीर पर विश्वास रखें।
  • धूप में सारे विटामिन और जीवन के लिए जरूरी तत्व हैं।
  • प्रकृति से जुड़ाव करना होगा।
  • गर्म पानी का सेवन करने की आदत डालें।
  • जिन आंवला, अदरक, नीबू, गिलोय, फल, सलाद, अंकुरित अनाज, आयुर्वेदिक खाद्य जैसी कुदरती चीजों को अपने आहार में शामिल करना जरूरी है। आज सभी डॉक्टर व रिसर्च बोल रहे हैं कि इनका उपयोग करो।
  • कोई भी खाली पेट न रहे।
  • उपवास न करें।
  • रोज एक घंटे धूप लें।
  • AC का प्रयोग न करें।
  • गरम पानी पिएं, गले को गीला रखें।
  • सरसों का तेल नाक में लगाएं।
  • घर में कपूर वह गूगल जलाएं।
  • आधा चम्मच सोंठ हर सब्जी में पकते हुए डालें।
  • रात को दही ना खायें।
  • बच्चों को और खुद भी रात को एक-एक कप हल्दी डाल कर दूध पिएं।
  • हो सके तो एक चम्मच चवनप्राश खाएं।
  • घर में कपूर और लौंग डाल कर धूनी दें।
  • सुबह की चाय में एक लौंग डाल कर पिएं।
  • फल में सिर्फ संतरा ज्यादा से ज्यादा खाएं।
  • आंवला किसी भी रूप में चाहे अचार , मुरब्बा, चूर्ण इत्यादि खाएैं

 

 

शारीरक तंदरुस्ती के अलावा मानसिक तंदरुस्ती भी आवश्यक है स्वस्थ शरीर के लिए स्वस्थ मस्तिसज बहुत जरूरी है |  दिमाग पर बोझ जितना कम होगा उतना ही टेंशन फ्री जीवन जिया जा सकता है   

 

  • अपने जीवन में बैंक की किस्तों का बोझ जितना कम हो सके इतना अच्छा है। 
  • घर छोटा होगा, कार छोटी होगी; लेकिन यकीन मानिये, मन में “सुकून” होगा व जीवन व्यवस्थित होगा।
  • जिन बच्चों और परिवार के लिए हम जो ये सब कर रहे हैं, वो भी हमारे साथ कम सुविधा में भी खुश हों, ये उनको समझाना होगा।
  • संकट के समय के लिए कमाई का कुछ हिस्सा बचत का प्रावधान करना, अब अत्यंत जरूरी होगा।
  • ज्यादा से ज्यादा सुविधा देने के चक्कर में हमने बच्चों का फायदा कम, नुकसान ज्यादा कर दिया है।

 

 

बच्चों को सुरक्षित भविष्य देना सही है, परन्तु उनकी आदत में हद से ज्यादा सुविधा नहीं देनी है। खुद करके आगे बढ़ने की प्रेरणा देना जरूरी है। बच्चों की दैनिक दिनचर्या पर ध्यान देना होगा। आज नहीं तो कल आप सब को घर से बाहर निकलना ही पड़ेगा। आप अपनी शरीर की प्रकृति के हिसाब से खुद के “Immune-system” को मजबूत कीजिए। खुद को शारीरिक व मानसिक रूप से मजबूत करना ही सिर्फ इस वायरस से ही नहीं, बल्कि हर बीमारी से बचने का सही हल है।

यकीन रखे यदि आपका शरीर स्वस्थ है तो कोरोना हो जाने पर भी कुछ विशेष नहीं बिगड़ेगा 

 

नोट : यहाँ दिए गए सुझाव जनहित मैं अलग अलग जगह से संकलित किये गए है