RAJA RANI – Social Media Share
By Swastik Dev
प्रथम आयाम : पिछले काफी समय से कोरोना वायरस ने अपना तांडव मचा रखा था और लोग अपने अपने घरों मैं बंद थे | कुछ तो सरकारी आदेश के कारण लोग घरों से बहार नहीं आ पा रहे थे और कुछ लोग अपने स्वास्थ्य की रक्षा के लिए घरों मैं बंद थे | निशा भी ऐसे हो लोगों मैं शामिल था | निशा को घर मैं बंद होकर बैठे रहना पसंद नहीं था परन्तु इस वक़्त मामला पसंद अथवा नापसंद की सीमा से बाहर था | ज्यादातर समय निशा घर पर ही रहती था परन्तु आवश्यक वस्तुंओं की ख़रीददारी करना उसकी ज़िम्मेदारी थी | और उसे बाहर जाना ही पड़ता था | जब भी निशा को बाहर जाने की आवश्यकता होती तो वह अपनी पूरी सुरक्षा के बाद ही बाहर निकलती था | आज निशा को बहुत आवश्यक काम से बाहर जाने की आवश्यकता था और उसने पूरी सुरक्षा भी कर रखी थी | आवश्यक ख़रीददारी के बाद उसने अपने मित्र को फ़ोन मिलाया जो उसी एरिया मैं रहती थी | निशा की सिगरेट पीने का शोक था और लॉक डाउन के दौरान सिगरेट मिल नहीं पा रही थी | जब निशा को पता चला की उसके दोस्त के पास सिगरेट है तो वह खुद को रोक नहीं पायी और दोस्त से मिलने चली गयी | परन्तु समस्या थी सिगरेट पीने की | निशा अपने माता पिता के सामने सिगरेट नहीं पीती थी | उसने रोड के एक किनारे बाइक खड़ी कर ली और सिगरेट पीने लगी | तभी वहां पुलिस वैन आ गयी और उन लोगों ने निशा को पकड़ लिए | निशा से उठक बैठक निकलवाई गयी फिर उसके बाइक पर कुछ डंडे भी बरसाए गए और फिर उसे चेतावनी देकर छोड़ दिया गया | इस पूरी घटनाक्रम का वीडियो बनाया गया और उसे सोशल मीडिया मैं पोस्ट कर दिया गया | अगले 24 घंटों मैं वीडियो 50 लाख लोगों ने देखा और शेयर किया | बहुत सारे लोगों ने वीडियो पर कमेंट भी डाले | पुलिस की इस हरकत की चारों तरफ भर्तस्ना हो रही थी क्योंकि पुलिस ने एक महिला का वीडियो पोस्ट कर दिया था जिससे महिला का अपमान हुआ और कुछ लोग तो यह भी कह रहे थे की आदमी लड़कियों का सिगरेट पीना बर्दाश्त नहीं कर पाए इसीलिए उसे बदनाम करने की साज़िश रच गयी | अगले दिन समाचार पात्र की हैडलाइन थी “लॉक डाउन के दौरान पुलिस की साज़िश बेनकाब” और अगले ही दिन पुलिस के दोनों अधिकारी एक महिला के साथ छेड़ छाड़ के आरोप मैं जेल मैं बंद थे | कम्प्लेन करने वाले थे निशा और उसके माता पिता |
By Swastik Dev
दूसरा आयाम : पिछले काफी समय से कोरोना वायरस ने अपना तांडव मचा रखा था और लोग अपने अपने घरों मैं बंद थे | कुछ तो सरकारी आदेश के कारण लोग घरों से बाहर नहीं आ पा रहे थे और कुछ लोग अपने स्वास्थ्य की रक्षा के लिए घरों मैं बंद थे | आकाश भी ऐसे हो लोगों मैं शामिल था | आकाश को घर मैं बंद होकर बैठे रहना पसंद नहीं था परन्तु इस वक़्त मामला पसंद अथवा नापसंद की सीमा से बाहर था | ज्यादातर समय आकाश घर पर ही रहता था परन्तु आवश्यक वस्तुंओं की ख़रीददारी करना उसकी ज़िम्मेदारी थी | और उसे बहार जाना ही पड़ता था | जब भी आकाश को बाहर जाने की आवश्यकता होती तो वह अपनी पूरी सुरक्षा के बाद ही बहार निकलता था | आज आकाश को बहुत आवश्यक काम से बहार जाने की आवश्यकता था और उसने पूरी सुरक्षा भी कर रखी थी | आवश्यक ख़रीददारी के बाद उसने अपने मित्र को फ़ोन मिलाया जो उसी एरिया मैं रहता था | आकाश की सिगरेट पीने का शोक था और लॉक डाउन के दौरान सिगरेट मिल नहीं पा रही थी | जब आकाश को पता चला की उसके दोस्त के पास सिगरेट है तो वह खुद को रोक नहीं पाया और दोस्त से मिलने चला गया | परन्तु समस्या थी सिगरेट पीने की | आकाश अपने माता पिता के सामने सिगरेट नहीं पिता था | उसने रोड के एक किनारे बाइक कड़ी कर ली और सिगरेट पीने लगा | तभी वहां पुलिस वैन आ गयी और उन लोगों ने आकाश को पकड़ लिए | आकाश से उठक बैठक निकलवाई गयी फिर उसके पिछवाड़े पर कुछ डंडे भी बरसाए गए और अंत मैं उसके गले मैं एक तख्ती डाली गयी जिस पर लिखा था “मैं मुर्ख हूँ इसीलिए सड़क पर घूम रहा हूँ “ इस पूरी घटनाक्रम का वीडियो बनाया गया और उसे सोशल मीडिया मैं पोस्ट कर दिया गया | अगले 24 घंटों मैं वीडियो 50 लाख लोगों ने देखा और शेयर किया | बहुत सारे लोगों ने वीडियो पर कमेंट भी डाले | पुलिस की बहुत तारीफ की जिसने लॉक डाउन का उलंघन करने पर आकाश को अच्छा सबक दिया और साथ ही वीडियो द्वारा अवेयरनेस फ़ैलाने के कारन पुलिस को बधाई भी दी जा रही थी | आकाश उदास था और अपने माता पिता से नज़रें नहीं मिला पा रहा था | आकाश के पिता ने भी पुलिस को अवेयरनेस फ़ैलाने के बेहतरीन तरीके की भूरी भूरी प्रशंसा की थी |