Watching Dog
Kya Kar Rha Hai Chunnilal
आखिर चुन्नीलाल कौन है और वह क्या कर रहा है ?
आजकल TV पर एक advertisement बहुत आ रही है और शायद पॉपुलर भी हो रही है | हम बात कर रहे है asian paint की advertisement की जिसमे चुनीलाल नाम का व्यक्ति asian paint के अलावा कोई अन्य पेंट इस्तेमाल कर रहा है चुनीलाल को यहाँ एक हास्य के तौर पर पेश किया जा रहा है जिस पर उसके पडोसी हस्ते रहते है और इस advertisement का टाइम पीरियड कई वर्षों तक फैला हुआ दिखाया गया है और हास्य के लिए चुन्नीलाल शुरू से आखिर तक अपनी पत्नी द्वारा पीटा जाता दिखाया गया है
Asian paint का यह advertisement physical violence को प्रमोट कर रहा है ना केवल यह advertisement physical violence को प्रमोट कर रही है बल्कि इस advertisement के माध्यम से पुरुषों पर होने वाले physical violence को मनोरंजन का साधन भी दिखने का प्रयास कर रहा है
किसी भी तरह की physical violence को मनोरंजन का साधन बनाया जाना बहुत ही आपत्तिजनक है परन्तु हमारे समाज मैं पुरुषों के प्रति होने वाले किसी भी प्रकार के violence को कभी भी सीरियसली नहीं लिया गया है बल्कि इसे पुरुष की कमजोरी के रूप मैं पेश किया जाता रहा है ऐसे मैं asina paint के द्वारा किया गया प्रमोशन आपत्तिजनक एवं बायकाट किये जाने योग्य है
टीवी एक ऐसा साधन है जिसके विषय मैं हर व्यक्ति जानकारी रखता है यदि कोई यह कहे की टीवी के विषय मैं उसे जानकारी नहीं है तो सहज प्रवृति मानने से इंकार करती है किसी वक़्त टीवी सुचना के आदान प्रदान का माद्यम रहा है परन्तु वर्तमान मैं टीवी सुचना के साथ साथ मनोरंजन का बड़ा साधन बन कर उबरा है वर्तमान मैं टीवी पर छोटे बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक के कार्यक्रम दिखाए और बनाये जा रहे है या यह खा जाये तो उचित होगा की हर उम्र के व्यक्ति को प्रभावित करने मैं सक्षम है टीवी किसी वक़्त रेडियो एवं साहित्य का भी इसी तरह बोलबाला रहा है चंद्रकांता नमक किताब जोकि देवकी नंदन खत्री ने लिखी उसके बारे मैं दावा किया जाता है की लोगों ने किताब को पड़ने के लिए हिंदी सीखी इसी दावे से ही साहित्य समाज मैं प्रभाव को समझा जा सकता है वर्तमान मैं साहित्य के प्रति रूचि काम दिखाई दे रही है परन्तु इसका कारन यह नहीं है की लोग पड़ने मैं रूचि नहीं रखते पिस्का अर्थ सिर्फ इतना है को अन्य माध्यमों की उपलब्धता ने किताबों पर निर्भरता जरा काम कर दी है
किसी वक़्त जो स्थान किताबों का था आज वही स्थान TV, ब्लॉग अवं सोशल मीडिया ने ले लिटा है इसका बड़ा कारन उपलब्धता है किताब को हर वक़्त साथ रखना पड़ता है जबकि TV, सोशल मीडिया या ब्लॉग हर वक़्त आपके साथ रहता है फिर चाहे आप रेलवेस्टेशन पर रेल का इंतज़ार कर रहे हो या बिच पर डूबते सूरज की रौशनी मैं ठंडी अवं नम हवा के जोंके का आनंद उठा रहे हो
आजकल ब्लॉग से आगे निकलते हुए वीडियो ब्लोग्स भी काफी पॉपुलर हो रहे है इसका कारन शायद यह है की जो व्यक्ति पड़ने मैं दिलचस्पी नहीं रखते वह भी वीडियो देख सकते है हाई स्पीड इंटरनेट अवं स्मार्ट फ़ोन की उपलब्धता ने वीडियो ब्लोग्स को और अधिक पॉपुलर बनाने मैं योगदान दिया है
आज जब हमारे पास हर तरह के साधन कम कीमत मैं उपलब्ध है एवं इनका समाज पर प्रभाव बहुत व्यापक है Asian Paint द्वारा पुरुषों पर होने वाले प्रभाव की व्यापकता को नगण्य नहीं मन जा सकता यह सीधे तौर पर पुरुषों पर होने वाले physical violence को बढावा देने का प्रयास है Asian Paint के द्वारा किये गए इस प्रयास की सफलता समाज के द्वारा advertisment की स्वीकृति पर निर्भर करती है | इसका एकमात्र जवाब बायकाट ही हो सकता है
#BoyCott #AsianPaint