K & S : EP 080 – Encounter

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K & S : एनकाउंटर
विकास : बहुत बढ़िया काम किया पुलिस ने सही इन्साफ किया
केशव : पुलिस का काम इन्साफ करना कब से क्या हो गया पुलिस का काम तो जाँच करके आरोपी को इन्साफ के लिए अथॉरिटी के पास पेश करना है
विकास : अथॉरिटी मैं दम नहीं है इसीलिए पुलिस ने सही किया
केशव : नाके पर रिश्वत कौन लेता है
विकास : पुलिस
केशव : झूठे एनकाउंटर कौन करती है
विकास : पुलिस
केशव : मासूम लोगों को झूठे केस मैं जेल कौन भिजवाती है
विकास : पुलिस
केशव : FIR लिखने के लिए पैसे कौन मांगती है
विकास : पुलिस
केशव : गुंडों के अलावा हफ्ता कौन वसूल करती है
विकास : पुलिस
केशव : अवैज्ञानिक तरीकों से जांच कौन करती है
विकास : पुलिस
केशव : डंडे के जोर पर जुर्म कौन कबूल करवाती है
विकास : पुलिस
केशव : लेट लतीफ़ होने के लिए कौन बदनाम है
विकास : पुलिस
केशव : वर्दी वाला गुंडे किसके लिए इस्तेमाल होता है
विकास : पुलिस
केशव : तो किस दम पर कह रहे हो की पुलिस ने इन्साफ किया
विकास : अपराधी ने बलात्कार और मर्डर  किया था
केशव : अपराधी नहीं आरोपी
विकास : यह टेक्निकल बकवास है और इसी वजह से ही लोगों की हिम्मत बढ़ती है
केशव : तुम्हारा मतलब है की जब रेप जैसा अपराध हो तो किसी को भी उठा कर शूट कर दो
विकास : किसी को भी नहीं अपराधी को
केशव : अपराधी कौन है इसे कौन तय करेगा
विकास : !!!!!!!
केशव : चलो छोडो वर्तमान केस पर आओ
विकास : वर्तमान केस मैं जो अपराधी है उसे ही पकड़ा गया है
केशव : क्या तुम घटना स्थल पर मौजूद थे
विकास : नहीं
केशव : कोई और ऑय विटनेस है क्या
विकास : नहीं परन्तु पुलिस ने जाँच की है और अपराधियों ने कबूल किया है
केशव : वर्तमान केस से कठुआ केस मैं भी पुलिस ने रोशन को आरोपी बनाया था और और आरोपी कहीं दूर एग्जाम दे रहा था
विकास : बिलकुल बेगुनाहों पर आरोप लगाए है और डंडे के जोर पर कबूल भी करवाया है
केशव : इस केस मैं क्यों लड़के बेगुनाह नहीं हो सकते
विकास : पुलिस ने बताया और मुझे यकीन है
केशव : तो मामला पुलिस का नहीं बस तुम्हारे यकीन का है
विकास : हां शायद
केशव : क्या यह मुमकिन है की अगर केस चलता तो आखिर मैं लड़के बेगुनाह पाए जाते
विकास : शायद
केशव : तो एनकाउंटर गलत हुआ व सही
विकास : सही हुआ
केशव : कैसे
विकास : एनकाउंटर से लोगों मैं डर पैदा होगा
केशव : फिर चाहे मरने वाले बेगुनाह ही हो
विकास : क़ुरबानी समझ लो
केशव : चलिए विकास जी फिर इस समाज सेवा के लिए आपकी क़ुरबानी दी जाये आखिर भगत सिंह पहले अपने घर मैं ही पैदा होना चाहिए
विकास : नहीं नहीं मैं नहीं
केशव : चलिए फिर अपने लड़के को कुर्बान कीजिये
विकास : कैसी बात करते है आप पगला गए है केशव जी
केशव : मतलब की आप क़ुरबानी नहीं देना चाहते परन्तु दूसरे देते रहें आप जश्न मानते रहे
विकास :   गरररररर्र गरररररर्र
केशव : सबका यही हाल है