Keshav & Sharma
Life After Divorce
राहुल : नमस्कार केशव जी
केशव : आइये राहुल जी कहाँ से आ रहे हैं
राहुल : वोट डाल कर रहा हूँ मोदी जी को ताकि वह दुबारा पावर मैं आ सकें और रुके हुए बिल पास किये जा सकें
केशव : मोदी जी सरकार बनायें या राहुल जी दोनों अच्छी बात है परन्तु आपका इशारा शायद किसी ख़ास बिल की तरफ है
राहुल : जी हाँ मैं ट्रिपल तलाक बिल के बारे मैं बात कर रहा था
केशव : ट्रिपल तलाक को SC पहले से ही अमान्य घोषित कर चुकी है
राहुल : मेरा मतलब है की ट्रिपल तलाक को आपराधिक घोषित किये जाने के बिल से था
केशव : आप तलाक को आपराधिक मामला क्यों बनाना चाहते हैं
राहुल : आपराधिक मामला तो है ही आप बताइये केशव जी कोई लड़का आपकी लड़की या बहन की ज़िंदगी बर्बाद कर दे तो आप उसको छोड़ देंगे क्या
केशव : तलाक से आपकी लड़की की ज़िन्दगी बर्बाद हो जाएगी क्या
राहुल : और नहीं तो क्या
केशव : और तलाक के लिए आप लड़को भिजवाना चाहते है
राहुल : आप नहीं कहेंगे की जो आपकी लड़की की ज़िन्दगी बर्बाद करे उसको जेल भिजवाया जाये
केशव : चलिए कुछ सवालों के जवाब दिजोये
राहुल : कोनसे सवाल
केशव : शादी के वक़्त लड़की की उम्र २०–२५ के आस पास होती है और वह माँ बाप के साथ रहती है
राहुल : जाहिर है
केशव : लड़की को पड़ने लिखने का काम लड़की के माँ बाप करते है
राहुल : जाहिर है
केशव : उसे काबिल बनाने का काम माँ बाप ही करते है
राहुल : जाहिर है और कौन करेगा
केशव : तलाक ज्यादातर केसेस मैं ५ साल के अंदर ही हो जाता है
राहुल : शायद
केशव : तो अगर तलाक से लड़की की ज़िन्दगी बर्बाद हुई तो उसके जिमेद्दर तो माँ बाप हुए ना की पति
राहुल : क्या
केशव : तो ऐसे मैं जेल अगर भिजवाना है तो माँ बाप को भिजवाना चाहिए न की पति को
राहुल : क्या फालतू बात कर रहे है केशव जी
केशव : चलिए यह बताइये की लड़की को ज़िन्दगी कैसे जीनी है यह सीखने की जिम्मेदारी माँ बाप की है या किसी और की
राहुल : माँ बाप की
केशव : और माँ बाप सीखा रहे है की अगर शादी ना की जाये या तलाक हो जाये तो ज़िन्दगी बर्बाद हो गयी तो ऐसे मैं लड़की की ज़िन्दगी बर्बाद होगी या नहीं
राहुल : शायद
केशव : अगर लड़की को काबिल बनाया होता उसे सिखाया होता की ज़िन्दगी सिर्फ शादी करने के लिए नहीं है बल्कि इसमें और भी बहुत कुछ है लड़की को अपने पैरों पर खड़ा होना सिखाया होता तो क्या लड़की की ज़िन्दगी बर्बाद होती
राहुल : शायद नहीं
केशव : अब इसको लड़के की तरफ से देखते है
राहुल : कैसे
केशव : लड़के को आतम निर्भर बनाया गया था और उसे सिखाया गया था की वह सिर्फ शादी करने के लिए पैदा नहीं हुआ बल्कि ज़िन्दगी के मायने शादी से अलग भी बहुत कुछ है
राहुल : हां शायद
केशव : तो लड़के ने एक बिगड़े हुए रिश्ते निभाए चले जाने से बेहतर समझा की अलग होकर शांत ज़िन्दगी जी जाये
राहुल : शायद हां
केशव : मतलब यह की लड़के को ज़िन्दगी जीना आता था और लड़की को नहीं
राहुल : हां
केशव : अब बताइये को लड़के और लड़की को ज़िन्दगी के लिए त्यार करने की जिम्मेदारी किसकी थी
राहुल : माँ बाप की
केशव : तो फिर जेल माँ बाप को जाना चाहिए या पति को
राहुल : पता नहीं आपने confuse कर दिया
केशव : चलिए यह तो मानेगे की अगर माँ बाप ने २० साल लड़की की लाइफ बनाई होतो तो कोई भी उसे १ या २ साल मैं बर्बाद नहीं कर सकता था अगर बर्बाद हुई तो इसका मतलब है की ज़िन्दगी बनाई ही नहीं गयी थी
राहुल : शायद आप सही कह रहे है
केशव : और जो चीज़ बनाई ही नहीं गई उसके लिए आप पति को जेल भिजवाना चाहते है
राहुल !!!###!##!
केशव : हा हा हा हा हा हा . . . . चलिए चाय पीते है चर्चा फिर कभी करेंगे
राहुल : ठीक है