परेशान पिता
Dr. G.Singh
शर्मा : केशव जी नमस्कार आयी मानव भाई साहब को baddai देने चलते है
केशव : नमस्कार शर्मा जी किस बात की भदई
शर्मा : मानव भाई साहब पिता और उनकी पत्नी मा बन गयी है
केशव : फिर तो भदई बनती है आइये चलें
मानव हॉस्पिटल में उदास बैठे हुए हैं
केशव : भदई मानव भाई साहब कैसे हैं आप
शर्मा : भदई मानव जी
मानव : धन्यवाद मित्रो
शर्मा : सब ठीक ठाक तो है आप कुछ उदास दिख रहे है
मानव : उदास नहीं चिंतित हूँ माला ने लड़के को जन्म दिया है ना
केशव : लड़का या लड़की उससे क्या फर्क पड़ता है मानव जी
मानव : केशव जी माहौल देखिये जरा बाहर का पता नहीं लड़के को क्या क्या झेलना पड़ेगा बस यही ऊँच कर चिंतित था
शर्मा : जरा खुल कर बताइये
मानव : लड़के या पुरुष के पास कोई अधिकार नहीं है उनकी सुरक्षा के लिए कोई कानून नहीं है उसे कामना है मेहनत से और जो वो कमायेगा मेहनत करके उसे कोई महिला कभी भी रेप की धमकी देकर लूट लेगी उसकी समाज में जो इज्जत है उसे कभी भी #MeToo जैसे मूवमेंट के जरिये उड़ा दिया जाएगा और वो भी बिना किसी सबूत के बिना कोई अपराध किये सैलून तक कोर्ट के ढके खाने पड़ेंगे और पता नहीं क्या क्या झेलना पड़ेगा
केशव : हा यह सब हो सकता है परंतु क्या आपको यकीन है यह सब होगा आपके लड़के के साथ
मानव : केशव जी आज भी यही सब हो रहा है 20 से 25 साल बाद जब मेरा लड़का बाद होगा तब तो बहुत बुरे हाल होंगे ना
केशव : हा मोठे तौर पर आपकी बात सही है पर अगली पीढ़ी और अगला समाज कैसा होगा यह तय करने का वक़्त अभी हमारे पास है हम सब मिलकर प्रयास करेंगे ताकि पुरुष भी अपने हक हासिल कर सके और अपनी डिग्निटी के साथ जी सके
मानव : में आपके साथ हूँ केशव जी
शर्मा : और में भी
केशव : धन्यवाद
NOTE : The scripts of are not real but inspired from real life incident. Originally Keshav & Sharma is designed by Mr. Diljit.