यहाँ पर जो मैं लिखने जा रहा हूँ वह एक सत्य कथन है । यह न केवल मेरे अपना एक्सपीरियंस है परंतु हम मैं से ज्यादातर लोग इस बारे मैं जानते है । परंतु सैयद इस मुद्दे पर ध्यान नहीं देते या शायद धायण देना ही नहीं चाहते |
तकरीबन १५ या शायद २० दिन पुरानी बात है जब मैं अपने दोस्तों के साथ चाय पी रहा था अचानक बिना किसी मकसद के ही किसी और मसले पर विचार विमर्श करते समय अचानक ही मेरी जुबान से यह निकल गया की
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