Be A Men April 14, 2017 Men's HUB उपेक्षित आबादी 0 Please Share : A MEN बहुत थक सा गया हूँ खुद को यू निर्दोष साबित करते करते.... शायद आदमी होने की सज़ा कटती है कटतेे कटते यूँ तो सब कुछ सलामत है तेरी दुनिया मैं ऐ खुदा बस आदमी ही है जो कुछ बिखरा बिखरा सा नज़र आता है Daman Welfare Society www.daman4men.in