एक गलत फैसला April 13, 2017 Men's HUB उपेक्षित आबादी 0 Please Share : रमन राणा बाजार की इस भीड़ में वो कदम बढ़ाए जा रही थी, मुरझाई सी आंखें उसकी मानो सब हालात बताए जा रही थी, एक मोड पर उससे मेरा आमना–सामना भी हो गया, मैंने पूछा कैसी हो तो बस सिर झुकाए जा रही थी। Save Save Save Save Save Save